हनुमानगढ से यात्रा का आरम्भ हुआ। मैं खुद, नरेश मेहन, मुहम्मद मुश्ताक जोईया और रविन्द्र जौल के साथ हम ने बस से यात्रा कर दिल्ली पहुंचे। इसके बाद हमारी दिल्ली से राजधानी में रिजर्वेशन थी। निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से दूसरे दिन हम शाम को गोवा पहुंचे। गोवा में पांच दिन घूमने के बाद नरेश मेहन बाई एयर वापस आ गये और हमारी वापसी की रिजर्वेशन राजधानी में ही थी। तीन दिन रुकने के बाद लोकल बस से मडगांव (गोवा) से दिल्ली आ कर हनुमानगढ पहुंचे। इस दौरान गोवा की यात्रा बेहद सुखद रही। बहुद कुछ देखा गोवा में।इस गोवा की यात्रा में हमारी सहायता शिल्पु ने की। उसने हमारी होटल में ठहरने की व्यस्था से लेकर कोई दिक्कत आने पर उसकी ही सहायता से आगे बढे।













































































































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