सोमवार, 29 अगस्त 2016

रामेश्वरम और कन्याकुमारी की यात्रा

यात्रा के इस पड़ाव में जून माह आया और हम रामेश्वरम की यात्रा पर गए। मैं मेरी पत्नी वीना और हमारे साथ शिल्पु की सास आशा, राजेन्द्र सोनी और उसकी पत्नी, किशन सेतिया, उसकी पत्नी वीना सेतिया, राज सेतिया सहित हम दस सदस्य हनुमानगढ से अवध आसाम ट्रेन से रवाना होकर सुबह दिल्ली पहुंचे। वहां शीशगंज गुरुद्वारे ठहर कर दोपहर को चेनाई की ट्रेन हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से पकड़ी। दूसरे दिन शाम को चेनई पंहुच कर रात को मदुरेई की ट्रेन से मदुरई सुबह पहुंचे। वहां से बस तैयार मिली। बस से रामेशवरम। रामेशवरम में गुजरात धर्मशाला में कमरा मिला। वहां बाबा की ओर से भगवत कथा थी। उसका आनन्द लिया। खना पीना अग्रवाल धर्मशाला में लंगर से हुआ। बीच में हम कन्याकुमारी भी जा कर आए। रामेशवरम में छह सौ लोगों का भोजन, नाश्ता और चाय बनती थी रोज़ाना। लौट कर आने का अनुभव ठीक नहीं रहा। तेरह दिन सभी का साथ रहा।

































































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